दोस्तों आज हम जानेगे चना खाने के फायदे और नुकसान के बारे मे। शाकाहारी खाने में चना को एक बहुत ही पौष्टिक आहार माना जाता है। और ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें प्रोटीन की अच्छी खासी मात्रा होने के साथ-साथ कहीं दूसरे जरूरी न्यूट्रॉनस काफी मात्रा में होते हैं। लेकिन यहां यह भी समझना जरूरी है कि किसी भी खाने का पूरा फायदा शरीर को मिलने के लिए उस खाने के फायदे और नुकसान पता होने के साथ-साथ इसे खाने का सही समय और सही तरीके का पता होना बहुत ही जरूरी होता है।
इसलिए आज यह सब जानेंगे कि चना खाने के फायदे और नुकसान क्या होते है। एक दिन में ज्यादा से ज्यादा कितना चना खाना चाहिए। इसे खाने का सही समय क्या है। और इसे पानी में भिगो के कच्चा, अंकुरित या पका हुआ खाना चाहिए। और वजन घटाने और बढ़ाने वाले लोगों को चने को अपने खाने में किस तरह शामिल करना चाहिए। तो आज हम यह सब जानेंगे तो चलो शुरू करते हैं। सबसे पेहले चना खाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानते है।
चना खाने के फायदे और नुकसान:
दोस्तों चना खाने के फायदे और नुकसान अगर हम बात करे तो चने में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की सबसे ज्यादा मात्रा होती है। और साथ ही में इसमें विटामिन-B9 यानी कि फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, आईरन, पोटेशियम, कॉपर, जिंक और दूसरे कहीं तरह के विटामिंस और मिनरल्स काफी मात्रा में मौजूद होते हैं। लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि चने में फाइबर की भी अच्छी खासी मात्रा होती है जो की कार्बोहाइड्रेट को रेगुलेट करने के साथ-साथ कब्ज को दूर करने और पाचन को बेहतर बनाने में भी बहुत मदद करता है।
क्योंकि किसी भी व्यक्ति में कब्ज होने का सबसे बड़ा कारण होता है, खाने में फाइबर की कमी, जो कि चने में बहुत ही सही मात्रा में मौजूद होता है। यह त्वचा और बाल के लिए अच्छा तो होता ही है साथ ही शरीर में बुरे कोलेस्ट्रोल की मात्रा को घटाने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी बहुत मदद करता है। साथ ही इसमें जो हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है वह वजन बढ़ाने और घटाने दोनों मैं ही बहुत मदद करता है। लेकिन उसके लिए जरूरी है कि इसका सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए जो कि आगे हम जानने वाले ही हैं।
चना कैसे खाएं?( कच्चा, पक्का हुआ, अंकुरित)
हमने चना खाने के फायदे और नुकसान की तो बात करली और अब बात आती है चना कच्चा, पक्का हुआ या अंकुरित करके खाना चाहिए। दोस्तों यहां इस बात का समझना जरूरी है की चने को हर अलग अलग तरीके से खाने से उसके फायदे भी अलग-अलग होते हैं। और कुछ हालातो में सही जानकारी ना होने की वजह से यह शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
- दोस्तों पानी में भीगे हुए कच्चे चने में पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा तो होती ही है लेकिन यह पचने में भी थोड़ा भारी होता है। क्योंकि कच्चे चने में मौजूद फाइबर को तोड़ने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत ही मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए अगर आप कच्चे चने का सेवन करते हैं तो हमेशा ही उसे अच्छे से चबाके खाए और इसका थोड़ी ही मात्रा में सेवन करें। जबकि
- चने को अंकुरित करके खाने से इसके फायदे और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं क्योंकि अंकुरित चने में एंजाइम, प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की मात्रा काफी हद तक बढ़ जाती है। और यहां समझने वाली बात यह भी है कि वैसे भी चने को कंप्लीट सोर्स ऑफ प्रोटीन फूड नहीं माना जाता। क्योंकि इसमें मैंथ्योनी नाम का एक एमाइनोंज मिसिंग होता है। लेकिन चना अंकुरित होने के बाद पूरे एमाइनोंज की पूर्ति आ जाती है। और यह एक कंप्लीट प्रोटीन फूड बन जाता है।
- लेकिन यहां इस बात का ख्याल रखना भी जरूरी है अंकुरित चने के इतने सारे फायदे होने के बावजूद इसमें एक कमी भी पाई जाती है जो की है इस में पाए जाने वाला बैक्टीरिया। भीगे हुए चने को अंकुरित होने के लिए लंबे समय तक रखने की वजह से इसमें कुछ बैक्टीरिया ग्रो होने के चांसेस बहुत बढ़ जाते हैं। और यही वजह है कि बच्चे, बूढ़े और गर्भवती महिलाओं को अंकुरित चना कच्चा यानी कि बिना उबाले इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इन लोगों की इम्यूनिटी पावर कमजोर होती है। जिससे कि कच्चे अंकुरित चने में मौजूद बैक्टीरिया शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। जबकि
- चने को उबालकर या फिर थोड़ा पका कर खाने से उसमें विटामिंस और मिनरल्स की मात्रा में थोड़ी कमी तो आती है। लेकिन यह खाने में ज्यादा सेफ पचने में ज्यादा आसान हो जाता है। जिससे कि इसका हर कोई इस्तेमाल कर सकता है।
तो हमने जाने कुछ चना खाने के फायदे और नुकसान और चने को कैसे खाये तो अब आगे जानते है चने को कब खाना चाहिए और कैसे।
चना कब खाना चाहिए?
अभी बात आती है कि चना कब खाना चाहिए यानी इसे खाने का सही समय क्या है। दोस्तों पके हुए चने का दिन भर में कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ज्यादा बेहतर यह है कि इसका सुबह के नाश्ते में इस्तेमाल किया जाए। जबकि पानी में भीगे हुए यानी के कच्चे चने का हमेशा ही सुबह खाली पेट इस्तेमाल करना चाहिए। और इसे खाने के बाद दूसरा कुछ भी खाने के लिए कम से कम एक से डेढ़ घंटे का गैप जरूर रखना चाहिए ताकि चना के खाने का पूरा फायदा शरीर को मिल सके।
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कितना खाना चाहिए?
अब बात आती है इसे कितना कहना चाहिए। दोस्तों किसी भी व्यक्ति को 1 दिन में कितने चने खाना चाहिए यह उस व्यक्ति के पाचन और उसके फिजिकल एक्टिविटीज पर निर्भर करता है। लेकिन फिर भी पहली बात तो यह है कि अगर आप पानी में भीगे हुए यानी कि कच्चे चने का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसका एक या दो मुट्ठी से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। और इसे खाते समय इसे बहुत ही अच्छी तरह से चबाकर खाना चाहिए क्योंकि पानी में भीगा हुआ चना पचने में थोड़ा भारी होता है।
जिससे कि इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से गैस और अपचन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जबकि इसको उबालकर या किसी भी तरह पका कर खाने से 50 से 60 ग्राम चने का कोई भी इस्तेमाल कर सकता है। और जो लोग जिम या एक्सरसाइज करते हैं वह अपनी जरूरत के हिसाब से 100 या 150 ग्राम भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
लेकिन यहां भी एक बात का ख्याल रखना जरूरी है कि आप एक ही बार में 100 से 150 ग्राम चने का इस्तेमाल ना करें बल्कि थोड़ा-थोड़ा करके दो से तीन बार इसका इस्तेमाल करें। और यहा हमने जाना चना खाने के फायदे और नुकसान के साथ साथ कही और सारी बाते अब अंत मे हम जानते है वजन के बारे मे।
वजन घटाने और बढ़ाने के लिए:
क्या आप जानते है चना खाने के फायदे और नुकसान साथ-साथ चना हमे वजन घटाने और बढ़ाने मे भी हमे मदद करता है तो अब बात कराते है वजन घटाने और बढ़ाने वाले लोगों को चने को खाने में किस तरह शामिल करना चाहिए। दोस्तों चने में प्रोटीन की अच्छी खासी मात्रा होने की वजह से यह शरीर में गोश्त की मात्रा को बढ़ाने और बढ़ी हुई चर्बी को कम करने मैं भी बहुत मदद करता है।
साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रेट के साथ फाइबर भी मौजूद होने की वजह से यह एक लो-ग्लाइसेमिक फूड की श्रेणी में आता है जो कि बहुत ही अच्छी बात है। क्योंकि लो-ग्लाइसेमिक फूड शरीर में धीरे-धीरे एबजॉब होता है। जिससे कि यह खून में शुगर और शरीर में चर्बी की मात्रा को बढ़ने से रोकता है। अगर आप वजन घटाने की डाइट फॉलो कर रहे हैं तो बेहतर है कि 20 से 25 ग्राम चने को पानी में डालकर रात भर फूलने के लिए छोड़ दें और सुबह उठकर उसे अच्छे से चबाकर खाएं।
क्योंकि कच्चे चने में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा तो होती ही है साथ ही यह शरीर में धीरे-धीरे पचने की वजह से भूख को भी काफी हद तक कंट्रोल में रखता है। जिससे कि वजन घटाने में बहुत मदद मिलती है। और अगर आपको कच्चा चना ठीक से नहीं पचता हो या फिर गैस की प्रॉब्लम होती है। तो बेहतर है कि चने को उबालकर खाए साथ ही आप चने को कच्चा खाए या उबालकर। उसके टेस्ट को इनहंस करने के लिए आप उसमें प्याज, टमाटर, धनिया पत्ता थोड़ी सी हरी मिर्च, नींबू का रस और चुटकी भर नमक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
क्योंकि ऐसा करने से टेस्ट तो बेहतर होता ही है साथ ही इस में पोषक तत्वों की मात्रा भी कुछ हद तक बढ़ जाती है। इसके अलावा आप चाहे तो थोड़े से भुने हुए चने का शाम को स्नेक्स के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन यहां पर इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि भुने हुए चने को भी छिलके के साथ ही खाए क्योंकि पूरा फाइबर इसके छिलके में ही मौजूद होता है।
और अगर आप वजन बढ़ाने की डाइट फॉलो कर रहे हैं तो चने को हमेशा पक्का कर ही खाए ताकि यह शरीर में जल्दी पच सके। और इसके लिए रात भर पानी में भीगाए हुए 50 ग्राम चने को सुबह के नाश्ते में हल्के से नमक मिर्च डालकर उबालकर इस्तेमाल करें। दोपहर में 25 से 30 ग्राम भुने हुए चने का थोड़े से गुण(गोण) के साथ इस्तेमाल करना चाहिए। और इतना ही भुना हुआ चना शाम के वक्त गुण(गोण) के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
हालांकि वजन घटाने और बढ़ाने में सिर्फ चना ही अकेले कुछ नहीं कर सकता क्योंकि यह पूरी तरह से किसी भी व्यक्ति के पूरे दिन खाए जाने वाले खाने और लाइफ़स्टाइल पे डिपेंड करता है। इसलिए वजन बढ़ाने और घटाने इन दोनों टॉपिक पर हम आपके लिए अलग से ही कुछ नया लाएंगे। तो यह थी कुछ बाते जो चना खाने के फायदे और नुकसान के बारेमे और चना कैसे खाएं, चना कब खाना चाहिए, कितना खाना चाहिए और वजन घटाने और बढ़ाने मे कैसे मददा करता है यह सब बाते शायद ही आप जानते होगे। तो बस आज यही तक अब मिलते है कुछ नई बातों के साथ।
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